- एकाउंट विषय के 70 अंक की परीक्षा में किसी को सात, तो किसी को पांच अंक मिलने पर विद्यार्थियों ने उठाया था सवाल
- बवाल को शांत करने के लिए शिक्षकों ने कह दिया था, हो जाएगा सुधार, अब ठगा महसूस कर रहे विद्यार्थी
- दिसंबर 2023 में जारी किया गया था सेकेंड सेमेस्टर का परिणाम
- फेल विद्यार्थियों को अब फिर से देनी होगी परीक्षा
- री-चेक हो कॉपी, तो पकड़ में आएगी किसकी है गलती
जमशेदपुर.
कोल्हान विश्वविद्यालय लेट सेशन, परीक्षा और परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी को लेकर हमेशा चर्चा में रहा है. वर्तमान में नया मामला एक साल पहले दिसंबर 2023 में एम कॉम के जारी परिणाम से जुड़ा है. जिसका असर शुक्रवार को जारी हुए फाइनल रिजल्ट पर पड़ा है. पूर्व में मिले आश्वासन और वर्तमान परिणाम से विद्यार्थी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.
दरअसल वर्ष 2023 में एम.कॉम सेकेंड सेमेस्टर की हुई परीक्षा में एलबीएसएम कॉलेज के 80 में से 50 विद्यार्थियों एकाउंट विषय में फेल हो गए थे. 70 अंक की परीक्षा में किसी विद्यार्थी को पांच तो किसी को सात अंक आए थे. इसको लेकर विद्यार्थियों ने सवाल उठाया. बवाल को शांत करने के लिए उस दौरान कॉलेज के एचओडी, अन्य शिक्षक, प्रबंधन ने विद्यार्थियों को कह दिया कि कॉपी चेक में कोई गड़बड़ी हुई है, बाद में नंबर सुधार हो जाएगा. इसको लेकर विद्यार्थी भी आश्वस्त हो गए और अपनी पढ़ाई में लग गए. लेकिन जब सेमेस्टर फोर यानी फाइनल परीक्षा का परिणाम आया, तो सेकेंड सेमेस्टर का अंक में कोई सुधार नहीं हुआ है, ऐसे में वे सभी विद्यार्थी अन्य तीन सेमेस्टर में बेहतर अंक होने के बावजूद फेल हो गए हैं.
कॉलेज ने झाड़ा पल्ला, अब तो देनी ही होगी परीक्षा
इधर अब वह शिक्षक और कॉलेज प्रबंधन ने इस मामले से पूरी तरह अपना पल्ला झाड़ लिया है, जिन्होंने अंक में सुधार की बात कहते हुए विद्यार्थियों की शिकायत को दबा दिया था. शुक्रवार को रिजल्ट जारी हुआ था. सोमवार को सभी विद्यार्थी कॉलेज के विभागीय एचओडी और प्रबंधन के पास अपनी शिकायत लेकर गए, तो उनके पास कोई जवाब नहीं था. अब वे बोल रहे हैं कि इसमें वे लोग क्या कर सकते हैं. प्रश्न पत्र बाहर से आता है. कॉपी भी बाहर दूसरे कॉलेज जांच के लिए जाता है और परिणाम तो विवि द्वारा जारी किया जाता है.
विद्यार्थियों की शिकायत, उठाया सवाल
पीड़ित विद्यार्थियों का कहना है कि अन्य तीन सेमेस्टर में उसी विषय में उन्हें अच्छे और बेहतर अंक प्राप्त हुए है, तो सेकेंड सेमेस्टर में ही केवल वह क्यों फेल किए गए. कॉपी री-चेक की उनकी मांग को कॉलेज प्रबंधन ने क्यों दरकिनार कर दिया. आखिर कॉलेज प्रबंधन किसे बचाना चाहती है. कॉपी री-चेक होने से गलती किसकी है यह सामने आ जाएगा.
कोट
मुझे इस बारे में जानकारी मिली है. चुकी उस दौरान मैं इस कॉलेज में नहीं था. शिक्षकों ने या जिम्मेदारों ने विद्यार्थियों ने क्या वादा किया था, इसकी जानकारी नहीं है. जिस विषय में विद्यार्थी फेल हैं, उसकी परीक्षा देनी होगी. सेशन में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
डॉ बीएन प्रसाद, प्राचार्य, एलबीएसएम कॉलेज