जीवन का प्रत्येक पल, प्रत्येक दिवस मातृ दिवस है.मां का प्रेम,त्याग अतुलनीय व अनमोल है. मातृदिवस पर माताओं के श्री चरणों मे श्रद्धासुमन अर्पित
मां
माँ हो सके तो
तुम लौट के आ जाना.
मेरे सुनहरे बचपन को लौटा जाना.
लगा के काजल मेरे गालों मे,
जमाने के बुरी नज़रों से
माँ तु मुझे बचा लेना.
अपने आँचल के ठंडी छांव मे
बिठा कर मीठी लोरी मुझे तु सुना देना.
कुछ सुकून भरे पल मेरे संग ठहर कर
इक प्यारी सी झप्पी दे कर,
माँ फिर तु चली जाना.
न जाने जीवन मे कितना
आंधी और तुफान आया,हर बार
मां तेरी दुआ ही काम आया.
मां मेरा रोम रोम तेरा कर्जदार रहेगा,
अगले जन्म में मां फिर से
तेरी गोद का इंतजार रहेगा.
माँ हो सके तो तुम लौट के आ जाना…
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