Campus Boom.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के पाँच वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम (ABSS) 2025 में देशभर से चुने गए शिक्षाविदों, नीति-निर्माताओं और विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। इस मंच पर झारखंड के जमशेदपुर जिले से दो शिक्षकों की सहभागिता ने राज्य एवं जिले के लिए गर्व का क्षण प्रस्तुत किया।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 से सम्मानित मनोज कुमार सिंह (पीएम श्री उत्क्रमित उच्च विद्यालय, खुखड़ाडीह) और शिप्रा (पीएम श्री टाटा वर्कर्स यूनियन +2 उच्च विद्यालय, कदमा) ने इस राष्ट्रीय आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। दोनों ही शिक्षक राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के मेंटर्स हैं और देश के विभिन्न राज्यों में NCTE के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया। उन्होंने NEP 2020 की अब तक की प्रगति का मूल्यांकन प्रस्तुत करते हुए शिक्षा की भावी दिशा पर प्रकाश डाला। समागम में झारखंड के शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन जी की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।समागम में आज भारतीय भाषाओं में शिक्षण, डिजिटल शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग, माध्यमिक शिक्षा में सुधार तथा शिक्षा में समावेशन जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा हुई।
‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन’, ‘स्वयं’, ‘समर्थ’, और ‘परख’ जैसी राष्ट्रीय पहलों की प्रगति और प्रभाव भी समागम में प्रस्तुत किए गए।
आज के सन्दर्भ में भी प्रेमचंद का साहित्य हमें मानवता, सहानुभूति और यथार्थ की दृष्टि प्रदान करता है
जमशेदपुर से गए दोनों शिक्षकों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अब छोटे शहरों और सरकारी विद्यालयों तक भी पहुँच रही है। तकनीकी समावेश, शून्य लागत टीएलएम, और बाल केंद्रित शिक्षण पद्धतियों को बढ़ावा देकर इन्होंने राष्ट्रीय मंच पर जिले को गौरवान्वित किया है।
इस समागम में झारखंड राज्य से अन्य प्रतिभागियों में डॉ. निरुपमा कुमारी एवं डॉ. आशा रानी (बोकारो), और अरविंद राज जजवारे (देवघर) भी शामिल हुए।