Campus Boom.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने 10वीं बोर्ड का परिणाम जारी कर दिया है. वर्ष 2025 की परीक्षा में हजारीबाग के इंदिरा गांधी बालिका हाई स्कूल में पढ़ने वाली गीतांजली 98.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पूरे राज्य में टॉप हुई है. गीतांजली ने 500 में 493 अंक हासिल किए हैं. मूल रूप से गड़वा प्रखंड के भवनातपुर के मकरी गांव की रहने वाली गीतांजली के पिता उमेश पाल पारा शिक्षक हैं और भवनातपुर के स्कूल में ही पदस्थापित हैं. माता गृहिणी है. दो बहन एक भाई में गीतांजली सबसे बड़ी है. दोनों छोटे भाई बहन गांव के ही स्कूल में पढ़ाई कर रहे है. बेटी की सफलता से शिक्षक पिता काफी खुश है. Campus Boom से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि गीतांजली शुरू से ही पढ़ने में तेज थी. वह पढ़ाई को लेकर काफी लगनशीन और मेहनती रही है. परिवार वालों को गीतांजली पर विश्वास था कि वह अच्छा करेगी. बेटी के परिणाम पर खुशी जाहिर करते हुए पिता ने उसके उज्जवल भविष्य से खुद को आश्वस्त बताया.
मेडिकल की तैयारी कर रही है गीतांजली, आगे की पढ़ाई कोटा से करेगी
गीतांजली मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती है. इसके लिए वह कोटा से तैयारी भी शुरू कर दी है. आगे 11वीं (इंटर) की पढ़ाई वह कोटा में ही रहकर पूरा करेगी और साथ में मेडिकल कर तैयारी करेगी. गीतांजली एक अच्छा डॉक्टर बन कर लोगों और राष्ट्र की सेवा करना चाहती है.
डीएवी तक की पांचवीं की पढ़ाई
हर माता पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे बड़े और सीबीएसई बोर्ड वाले स्कूल में पढ़े. इन स्कूलों में दाखिला लेने के लिए लोग हर तरह के प्रयास करते हैं. लेकिन एक पारा शिक्षक ने अपनी सरकारी व्यवस्था पर विश्वास किया. पारा शिक्षक उमेश पाल की बेटी गीतांजली की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही डीएवी स्कूल से हुई है. सीबीएसई बोर्ड मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ने के बावजूद गीतांजली ने इंदिरा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने के लिए प्रवेश परीक्षा दी. उसमें भी अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होने के बाद दाखिला ली और छठी कक्षा से 10वीं तक गीतांजली ने वहीं से अपनी पढ़ाई पूरी की और आज पूरे झारखंड राज्य में सर्वश्रेष्ठ अंक के साथ टॉपर बनी है.