Campus Boom.
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय अनुबंध शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा पिछले 61 दिनों से राज्यभवन के समीप समायोजन की मांगों को लेकर धरना पर बैठे हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है 2 महीने से अधिक समय हो गया है, अभी तक हमारी समस्याओं का समाधान के लिए कोई पहल नहीं किया गया। इसी बीच राज्यभवन से एक लेटर जारी किया गया है कि और कहा है कि झारखंड के किसी भी अगींभूत महाविद्यालय में इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं होगी। नई शिक्षा नीति को लागू करने का निर्देश भी दिया गया। वहीं सरकार के द्वारा तीन सदस्यीय टीम जिसमें तीन मंत्री भी मौजूद थे। सरकार के द्वारा यह निर्णय भी लिया गया कि अब मैट्रिक पास बच्चों का नामांकन+2 स्कूल में नामांकन लेने को कहा गया है। कर्मचारियों ने कहा जब बच्चे को प्लस टू स्कूल में नामांकन लिया जा सकता है तो हमारा समायोजन भी प्लस टू में किया जाए इस मांग को लेकर रांची विश्वविद्यालय के कर्मचारी पिछले 61 दिन से धरना पर बैठे हैं।
वित्त रहित शिक्षा मोर्चा द्वारा महाविद्यालयों में इंटर की पढ़ाई बंद करने की बात करना गलत: डॉ रामानुज
इसी समस्या को लेकर रांची राज्यभवन के समीप एक दिवसीय बूट पॉलिश कार्यक्रम रखा गया था जो एक उग्र आंदोलन का सांकेतिक रूप है। अगर मांग पूरी नहीं की जाती है तो तमाम राज्य के कर्मचारी रांची में पहुंच कर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे कर्मचारियों ने कहा सरकार के द्वारा सरकार के द्वारा लगातार आश्वासन मिलता रहा कि हम आप सभी कर्मचारीयो के विषय में सोच रहे हैं। लेकिन धरातल पर एसा कुछ भी नहीं दिख रहा हैं। इस आंदोलन में रांची विश्वविद्यालय, कोल्हन विश्वविद्यालय, एसकेएमयू दुमका, विनोद बिहारी विश्वविद्यालय धनबाद के सैकड़ो कर्मचारी उपस्थित थे।