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झारखंड यूनियन ऑफ सेकेंडरी टीचर संघ (JUST) ने माध्यमिक शिक्षकों के साथ हो रहे अन्याय और भेदभाव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राज्य स्तरीय समिति की एक अहम बैठक झारखंड के शिक्षा मंत्री के साथ की गई, जिसकी अध्यक्षता पूर्वी सिंहभूम जिला समिति द्वारा की गई।
बैठक में संघ के राज्य अध्यक्ष नीरज साहू ने प्रमुख मुद्दों को उठाते हुए कहा कि हाल ही में जारी प्रधानाध्यापक पद की नई नियमावली से माध्यमिक शिक्षकों के साथ छल किया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में जारी अधिसूचना (ज्ञापांक 13 +2 वि, 03-23/2019-415) के अनुसार प्रभारी प्रधानाध्यापक बनने के लिए मात्र 5 वर्षों का कार्य अनुभव आवश्यक था। लेकिन अब हाल ही में 20 मई 2025 को जारी अधिसूचना संख्या 09/+2 वि(नि) 03-18/2025,1584 के अनुसार पीजीटी शिक्षकों के लिए 8 वर्ष और टीजीटी शिक्षकों के लिए 15 वर्षों का कार्य अनुभव मांगा गया है। साथ ही उम्र सीमा भी निर्धारित की गई है, जिससे पीजीटी शिक्षक जब तक अनुभव पूरा करेंगे तब तक वे उम्र की सीमा पार कर चुके होंगे।
JUST संघ की प्रमुख मांगें:
- प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति न होकर विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा (डिपार्टमेंटल एग्जाम) के माध्यम से सभी को बराबरी का मौका दिया जाए।
- सिर्फ 5 वर्षों के कार्य अनुभव के बाद सभी पात्र शिक्षक परीक्षा में बैठ सकें।
- जो शिक्षक योग्यता और क्षमता के आधार पर सफल होंगे, उन्हें ही प्रधानाध्यापक पद दिया जाए — “जिसकी कलम में ताकत होगी, वही पद का हक़दार होगा।”
- सेशन प्रारंभ होते ही अंतर्जिला स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू की जाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी की स्थिति से निपटा जा सके।
संघ ने यह भी कहा कि जोन-1 और जोन-2 में अनेक शिक्षक 10 वर्षों से एक ही विद्यालय में पदस्थ हैं, जबकि कुछ शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों से डेपुटेशन के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में स्थानांतरित हो गए हैं, जिससे ग्रामीण विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ रहा है।इस पर शिक्षा मंत्री ने संघ को आश्वस्त करते हुए कहा कि यह मुद्दा उनके संज्ञान में है और इस पर जल्द उचित कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में राज्य उपाध्यक्ष सोमाय मांडी, राज्य सचिव देवेंद्र मांझी, पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष राजू घोष, जिला सचिव रूपक कुमार दे, जिला कोषाध्यक्ष बिश्वनाथ पॉल, समिति सदस्य गिरधारी कुंडू, राजकुमार सेन, यामिनी महतो, दिलीप भगत, मंजीत धाउडिया, रेबन्ता कुमार गिरी, विकाश कालिंदी, अजीत कुमार महतो सहित विभिन्न जिलों से आए JUST संघ के सदस्य उपस्थित रहे।