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इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेल्डिंग (IIW), जमशेदपुर शाखा ने सीएसआईआर राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (CSIR–NML) के सहयोग से 11 सितम्बर को सीएसआईआर–इंटीग्रेटेड स्किल इनिशिएटिव के अंतर्गत ब्रांच स्तर श्रेष्ठ वेल्डर प्रतियोगिता का आयोजन किया। यह आयोजन राष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिता – श्रेष्ठ से श्रेष्ठ वेल्डर–2025 का हिस्सा था।
यह प्रतियोगिता सीएसआईआर–एनएमएल के प्लैटिनम जुबली वर्ष में आयोजित की गई, जिसमें प्रयोगशाला की 75 वर्षों की उत्कृष्टता का उत्सव मनाया गया। एनएमएल को “अनुसंधान, शिक्षा और ज्ञान का मंदिर” के रूप में याद किया गया, जिसका उद्घाटन पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया था।
मुख्य अतिथि वीपी ठाकुर (टाटा स्टील) ने अवसंरचना की सुरक्षा एवं विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में वेल्डिंग की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ केएल साहू, डॉ आनंद प्रभाकरण और यूबी राव ने नवाचार, ऊर्जा दक्षता और कौशल विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ अतनु दास, प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर–एनएमएल ने संयोजक एवं मुख्य आयोजक के रूप में दायित्व निभाया। आयोजन में सुश्री वाई. उषा, रोशन कुमार और इंजीनियरिंग डिवीजन की टीम ने सहयोग दिया।
प्रतियोगिता का मूल्यांकन डॉ मयूरी मंडल (एनआईटी जमशेदपुर) और आसिफ इकबाल (टीआरएफ) द्वारा किया गया। विजेता प्रतिभागी अब राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे।
प्रतिभागियों को प्रतियोगिता के दौरान अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों जैसे रोबोटिक वेल्डिंग और ऑगमेंटेड रियलिटी वेल्डिंग सिस्टम का प्रत्यक्ष अनुभव भी मिला। यह पहल आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है और भविष्य की अवसंरचना आवश्यकताओं के लिए सक्षम एवं दक्ष कार्यबल तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।