– शिक्षकों ने झारखंड सरकार और वर्तमान घाटशीला उप चुनाव प्रत्यासी सह स्व रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन पर जताया भरोसा
Campus Boom.
लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज करनडीह में इंटरमीडिएट के शिक्षकों की एक बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता जस्मी सोरेन ने की और उन्होंने कहा कि झारखंड में अंगीभूत कॉलेज में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद होने का मुद्दे पर पिछले दिनों भाजपा के प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन का एक वक्तव्य सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था की सरकार ने अपने अधीन महाविद्यालयों में इंटर की पढ़ाई बंद कर दी है और कहा है कि सरकारी प्लस 2 स्कूलों में बच्चे दाखिला लेंगे इंटर अब अंगीभूत महाविद्यालयों में नही चलेगा। केवल और केवल सरकारी प्लस 2 स्कूलों में चलेगा। शिक्षकों और कर्मचारी के बारे में सरकार कोई विचार नहीं कर रही है। इस बारे में हम लोग (इंटरमीडिएट शिक्षक संघ) कहना चाहते हैं कि इस मुद्दे पर भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन बिल्कुल भी राजनीति न करे.
शिक्षकों ने कहा है कि, वो (बाबूलाल सोरेन) याद करे जब उनके पिता झारखंड मुक्ति मोर्चा में थे और 6 महीने के लिए मुख्यमंत्री बने थे उस समय अंगीभूत कॉलेज के इंटरमीडिएट के शिक्षक और कर्मचारी उनसे कई बार मिले और एक दो बार तो भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के रेफरेंस से मिले और उन्होंने रांची में उनके आवास पर मिलने का समय दिया. 22 जून 2024 वह तिथि थी भीषण गर्मी का समय था। पूरे झारखंड से अंगीभूत कॉलेज के इंटरमीडिएट के शिक्षक और कर्मचारी 1500 की संख्या में रांची में मुख्यमंत्री आवास पर और सुबह 8:00 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक उनके आवास पर थे। उन्होंने 8:30 बजे सुबह का समय दिया था और रात 10:00 बजे तक हमें इंतजार करवाया. उनके पास 5 मिनट भी समय नहीं था मिलने का, और काफी झुंझलाहट और रोष करने के बाद मिलने आए और मात्र एक लाइन में उन्होंने बात खत्म कर दी की ठीक है आप लोगों का देखते हैं क्या हो सकता है.
हम लोगो की फ़ाइल जो मंगवाई गयी थी वो तक नहीं लिया गया तो कहना यही चाहते हैं कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति न करे सरकार हम लोगो के साथ है और वह प्रयास कर रही है। शिक्षकों ने यह भी कहा कि, एक षड्यंत्र के तहत 2025 में अंगीभूत महाविद्यालयों में संचालित इंटरमीडिएट की पढ़ाई को नई शिक्षा-नीति 2020 का हवाला देते हुए जबरन महामहिम राज्यपाल के द्वारा बंद करा दिया गया। तब विधायक सरयू राय और दिनेशानंद गोस्वामी के अलावा विपक्ष के किसी भी नेता ने इंटरमीडिएट के मामले पर संज्ञान नहीं लिया।
ज्ञात हो की इंटरमीडिएट बंद करने का आदेश राज्यपाल द्वारा आया था और राज्यपाल भाजपा के पूर्व नेता रहे हैं ऐसी स्थिति में विपक्ष का इस मामले पर चुप्पी साधना इनकी नेक नियति पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है कि यह इंटरमीडिएट के मामले में कुछ सकारात्मक सोच रहे होंगे या करने के प्रयास करेंगे। भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन जी ने तो इस मामले में चुपी साध रखी थी,एक शब्द भी नहीं बोले न 2025 में औऱ न 2024 में जब उनके पिता मुख्यमंत्री थे।आज जब चुनावी माहौल है तो इस इंटरमीडिएट के मामले को वह उठा रहे हैं जबकि दिवंगत शिक्षा मंत्री स्वर्गीय रामदास सोरेन जी ने इस मामले पर सकारात्मक पहल करते हुए शिक्षकों और कर्मचारियों के समायोजन से संबंधित कार्य को बहुत हद तक आगे बढ़ा दिया था और उन्होंने यह आश्वासन भी दिया था कि आप लोग को यहां एक्सटेंशन हो रहा है इसके बाद जिस दिन आप लोगों की कॉलेज में अंतिम दिन होगी उसके दूसरे दिन ही आप लोगों को दूसरे स्कूलों में समायोजित कर दिया जाएगा अचानक उनके दिवंगत हो जाने के कारण इंटरमीडिएट के शिक्षक और कर्मचारियों के सामने यह समस्या आन पड़ी है असहाय महसूस कर रहे हैं. ऐसे में उनके बड़े बेटे और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सोमेश सोरेन ने हमलोगो से मुलाकात कर कहे कि आपलोग असहाय महसूस नहीं करे मेरे पिता ने आप लोगों के लिए जो कार्य किया था उसे कार्य को मैं और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी सिपाही मिलकर पूरा करेंगे।
अंगीभूत महाविद्यालयों के शिक्षक और कर्मचारी कहना चाहते हैं कि इस मामले पर अभी जो हो रहा है यह विशुद्ध राजनीति हो रही है क्योंकि हमें आशा नहीं पूर्ण विश्वास है कि झारखंड सरकार दिवंगत रामदास सोरेन के इस कार्य को जरूर पूरा करेगी और इसे राजनीतिक रूप देने से भी बचेगी। साथ ही उनके पुत्र ने भी शिक्षकों और कर्मचारियों को या आश्वासन दिया था कि अगर जनता हमें जीतकर विधानसभा भेजती है तो मैं अपने पिता के दिए हुए वादों को जरूर पूरा करूंगा ऐसी अवस्था में बाबूलाल सोरेन जी का जो भाजपा प्रत्याशी हैं यह बयान कि मैं इस मुद्दे को देखूंगा और इस पर हम लोग को बचने की जरूरत है,यह चुनावी स्टंट के अलावा कुछ भी नही है। बाकि जनता खुद समझदार है, जनता किसको वोट देगी यह जनता को पता है और इंटरमीडिएट के मामले में बाबूलाल सोरेन राजनीति न करें।
आज की बैठक में इंटरमीडिएट से सुमित्रा सिंकू, लेडेम हांसदा, जस्मी सोरेन, चन्दन, एस सोरेन, ज्योति प्रभा, नीतू सिंह,प्रीति कुमारी, पूजा गुप्ता,लुशी रानी, सीमा कुमारी, अजय कुमार दीप, जयप्रकाश एम.अनिमेष, ऋषिता उपस्थित थे।

