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जमशेदपुर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र “आज़ाद मज़दूर” ने पत्रकारिता के भीष्म पितामह माने जाने वाले गंगाप्रसाद ‘कौशल’ की स्मृति में ‘जीपी कौशल पत्रकारिता पुरस्कार’ की शुरुआत की गई है। इसके तहत कोल्हान प्रमंडल के दो पत्रकारों को सम्मानित किया जाएगा—एक प्रिंट मीडिया से और एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से। चयनित पत्रकारों को पुरस्कार स्वरूप ₹10,000 की राशि और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
इस वर्ष यानी 2025 में इस पुरस्कार के लिए “मानवाधिकार से संबंधित खोजपूर्ण रिपोर्टों” को आमंत्रित किया गया है। प्रविष्ट की गई रिपोर्टें 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 के बीच किसी भी मीडिया संस्थान में प्रकाशित या प्रसारित होनी चाहिए। पुरस्कार के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है। इच्छुक प्रतिभागी अपनी रिपोर्ट और संबंधित दस्तावेज [email protected] पर भेज सकते हैं।
प्रतिभागियों को ध्यान देना होगा कि चाहे वे प्रिंट मीडिया से हों या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से, रिपोर्ट की हिंदी स्क्रिप्ट अनिवार्य रूप से भेजनी होगी। पुरस्कार के लिए किसी भी भाषा के पत्रकार आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते वे कोल्हान प्रमंडल से संबंध रखते हों।
गौरतलब है कि गंगाप्रसाद ‘कौशल’ ने वर्ष 1948 में जमशेदपुर से प्रकाशित ‘मज़दूर आवाज़’ समाचार पत्र के हिंदी संस्करण में संपादक के रूप में पत्रकारिता की शुरुआत की थी। बाद में वर्ष 1953 में उन्होंने ‘आज़ाद मज़दूर’ नामक स्वतंत्र समाचार पत्र की नींव रखी। यह अख़बार आज भी लगातार प्रकाशित हो रहा है। गंगाप्रसाद ‘कौशल’ अपने जीवनकाल के अंतिम 21 वर्षों तक इस पत्र के संपादक रहे। वर्ष 1975 में उनका निधन हुआ।
आज़ाद मज़दूर के इस पुरस्कार की घोषणा को कोल्हान के पत्रकारिता जगत में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो युवा और प्रतिबद्ध पत्रकारों को समाज के अहम मुद्दों पर गहन रिपोर्टिंग के लिए प्रेरित करेगा।