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आंखों में छोटा सा बालू या धूल कण चला जाए, तो थोड़ी देर में ही हमें दर्द-जलन और नहीं दिखने जैसी घबराहट होने लगती है. जरा सोचिए एक 10 वर्षीय मासूम की आंखों में एसिड युक्त पाउडर पड़ गया हो, आंखों से खून की धारा बहने लगे और पल भर में जिसकी आंखों की रोशनी चली गई हो उसकी क्या स्थिति होगी. दर्द, असहनीय पीड़ा से कराह रहे एक ऐसे ही मासूम बच्चे की लाचार मां उसके इलाज के लिए दर दर भटक रही है. बस्तियों में साफ सफाई करने वाले माता पिता अपने बच्चे के इलाज के लिए गुहार लगा रहे हैं.
देखिए ये वीडियो और सुनिए एक लाचार मां की गुहार
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यह मामला है जमशेदुपर के बर्मामांइस कैरेज कॉलोनी एक 10 वर्षीय मासूम बिभान मुखी की है. बस्तियों में साफ सफाई का काम करने वाले सुदामा मुखी और सीमा मुखी के बेटे बिभान मुखी की आंखें एसिड से झूलस गई है. और उसे बेहतर इलाज की जरूरत है. खेल खेल और अनजाने में सफाई के काम आने वाला एसिड युक्त पाउडर बिभान की आंखों में चला गया और देखते ही देखते उसकी आंखें झूलस गई हैं जिसका प्रभाव उसकी दूसरी आंख पर भी पड़ा है. मासूम बिभान काफी तकलीफ में हैं और वह दर्द से कराह रहा है, उसके माता पिता इलाज के लिए दर दर भटक रहे हैं. एमजीएम या किसी सरकारी अस्पताल में इसका इलाज संभव नहीं है. जमशेदपुर आई अस्पाल में प्राथमिक इलाज हुआ है, डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए कहा है, जो तीन चरण में होगा और जिसके लिए बड़ी राशि लगेगी. अभी उसकी आंखों की झिल्लियां जो जल गई है उसे बदला जाएगा. जिसके लिए परिवार वालों ने चंदा कर के कुछ रुपए अस्पताल में जमा किया है. मां अपने बेटे की आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए जिला के उपायुक्त से गुहार लगाई है.
उपायुक्त ने परिवार वालों को दिया आश्वासन, ट्वीट पर दिया जवाब
सोमवार को पीड़ित बिभान की मां सीमा मुखी जिला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के पास अपनी अर्जी लेकर पहुंची थी. दरअसल वे इसके पहले शनिवार को भी उपायुक्त से मिली थी, उपायुक्त ने कहा था कि वे सिविल सर्जन से मिल कर अपनी समस्या बताएं. लेकिन सिविल सर्जन ने बताया कि इस तरह की समस्या का इलाज सदर या एमजीएम में संभव नहीं है. इसी बात की जानकारी देने और मदद की गुहार के लिए सीमा मुखी सोमवार को दोबारा उपायुक्त कार्यालय पहुंची थी. काफी देर इंतजार करने के बाद उपायुक्त सीमा मुखी से मिले और हर संभव इलाज का आश्वासन दिया. वहीं इस मामले में कैंपस बूम में चली खबर और ट्वीट पर भी उपायुक्त ने जवाब देते हुए बताया कि इस संबंध में सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है, बच्चे की उचित और बेहतर इलाज किया जाएगा. ट्वीट पर सैकड़ों लोगों ने संदेश देते हुए बिभान के बेहतर इलाज व मदद करने की बात कर रहे हैं. कई ने व्यक्तिगत तौर पर आर्थिक सहयोग करने की बात भी की है.