– भारत द्वारा पाकिस्तानी आतंकियों को दिए गए जवाब मिशन सिंदूर पर आधारित ये कविता हमें और देश के वीर जवानों को एक नई ऊर्जा देती है. पढ़िए मनोज किशोर की ये कविता.
भारत का जन-जन ये बोल रहा है,
सुन ऐ पाकिस्तान तेरे सर
पर मौत डोल रहा है.
तुमने मेरी बेटी की मांग उजाड़ी है,
हमने तुम्हारे देश को उजाड़ने की ठानी है.
तुमने मेरे निर्दोष बेटों का खून बहाया है.
हम तेरे आतंकियों के खून की दरिया बहा देंगें .
हम वो नहीं हैं जो धर्म पूछ के मारते हैं,
“हम धर्म की रक्षा के खातिर मारते हैं.”
हम तुम्हारी तरह बुझदिल नहीं जो चुपके से निहत्थे,
निर्दोष पर वार करते हैं.
हम आंखों में आंखें डाल कर,
सीना ठोक के वार करते हैं.
हमने पहले ऐलान किया,
वार्न किया,फिर वार किया.
25 मिनट में सारा काम तमाम किया.
मत करना अब तू अपनी ताकत
पर गुरूर तुम सोए रह गए और
हमने कर दिया ऑपरेशन सिंदूर.
कसम हमने निभाया है,
जिसने मेरी बेटियों का सिंदूर धोया
उसे हमने खून से धो डाला है.
सुन ऐ आतंकियों के जान
ना “पाक” पाकिस्तान के हुक्मरान
अभी तो चंद …..………
आतंकियों का जनाजा निकला है.
आने वाले दिनों में तेरे आतंकियों के
जनाजे का कारवां निकलेगा.
तेरे आसमान पर बारूद का धुआं
जमी पर लहू का दरिया दिखेगा.
याद रखना यह तो अभी
सिर्फ शेर के दहाड़ की झांकी है.
अभी तो प्यादा हुए हैं हलाल,
वजीर तो अभी बाकी है.
एक दिन में कुछ न होगा पर एक दिन, कुछ तो होगा रख विश्वास स्वयं पर, तू कर लेगा…